न्यूज़ टुडे इंडिया की ख़ास रिपोर्ट | 30 अप्रैल 2025
भाइयों और बहनों, आज हम आपके सामने एक ऐसी पाक सुन्नत को लेकर आए हैं जो हमारे दीन का नायाब तोहफा है, मगर आज हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी से ग़ायब हो चुकी है। ये है वृक्षारोपण की वो पवित्र सुन्नत जिसे अपनाकर हम न सिर्फ़ आख़िरत का सवाब कमा सकते हैं, बल्कि इस दुनिया को भी ज़िंदगी बख़्श सकते हैं।
क़ुरआन और सुन्नत की रौशनी में
हमारे प्यारे आक़ा (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमाया:
“जब कोई मुसलमान कोई पेड़ लगाता है या खेती करता है, फिर उससे कोई परिंदा, इंसान या जानवर खाता है, तो यह उसके लिए सदक़ा होता है।”
(सहीह बुख़ारी, किताबुल मुज़ारा, हदीस नंबर 2320)
इससे भी बढ़कर है वो हदीस जिसमें हुज़ूर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने इरशाद फरमाया:
“अगर क़यामत का वक़्त आ जाए और तुममें से किसी के हाथ में पौधा हो, तो अगर वह उसे लगा सके तो ज़रूर लगा दे।”
(मुसनद अहमद, हदीस नंबर 12902)
यानी पेड़ लगाना इतना अज़ीम अमल है कि दुनिया के आख़िरी पल में भी इसे छोड़ना मुनासिब नहीं!
आज की दर्दनाक हक़ीक़त
- दुनिया भर में हर मिनट 40 फुटबॉल मैदानों के बराबर जंगल काटे जा रहे हैं
- पिछले 50 साल में भारत ने अपने 40% हरियाली खो दी है
- शहरों में पेड़ों की जगह कंक्रीट के जंगल उग आए हैं
- हमारे बच्चे अब पेड़ों को किताबों में ही देख पाते हैं
- ज़्यादातर मुसलमान साल भर में एक भी पेड़ नहीं लगाते
एक मुकम्मल अमली नुस्खा
- नियमित वृक्षारोपण: हर महीने कम से कम एक पेड़ ज़रूर लगाएं
- पौधों का चयन: नीम, पीपल, बरगद जैसे देशी पेड़ों को प्राथमिकता दें
- जगह का इंतज़ाम: अपने घर, मस्जिद, मदरसे या सोसाइटी में पेड़ लगाने की जगह तलाशें
- बच्चों को शामिल करें: उन्हें पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करना सिखाएं
- सामुदायिक प्रयास: मोहल्ले के साथ मिलकर वृक्षारोपण अभियान चलाएं
हमारी छोटी सी कोशिश, बड़ा असर
अगर दुनिया के सिर्फ 10% मुसलमान भी हर महीने एक पेड़ लगाएं तो:
- साल भर में 2 अरब से ज़्यादा नए पेड़ लगेंगे
- वायु प्रदूषण में 15% तक की कमी आ सकती है
- तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट हो सकती है
- हज़ारों जानवरों को रहने की जगह मिलेगी
- हम सभी को लगातार सवाब मिलता रहेगा
एक ज़िंदा सुन्नत को ज़िंदा करें
आओ भाइयों और बहनों, हम सब मिलकर:
- आज ही एक पौधा ख़रीदें
- उसे किसी उचित जगह लगाएं
- उसकी नियमित देखभाल करें
- दूसरों को भी इस सुन्नत के लिए प्रेरित करें
याद रखिए:
“एक पेड़ = एक ज़िंदा सदक़ा”
इस पैग़ाम को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएं। वाट्सऐप ग्रुप्स में शेयर करें, मस्जिदों में इस पर बात करें, अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को इस सुन्नत से जोड़ें।
आख़िर में, हमारे प्यारे नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का यह फरमान याद रखें:
“धरती तुम्हारी माँ है और तुम सभी इसके संरक्षक हो।”
आओ, हम सब मिलकर इस पाक सुन्नत को फिर से ज़िंदा करें और अपनी आने वाली नस्लों के लिए एक हरा-भरा, सुंदर विरासत छोड़ें।
वस्सलाम!
🌿 “खुदा की राह में एक पेड़ लगाओ, चाहे वह क़यामत का दिन ही क्यों न हो!” 🌿