गुजरात पुलिस ने GP-DRASTI (गुजरात पुलिस – ड्रोन रिस्पॉन्स और एरियल सर्विलांस टैक्टिकल इंटरवेंशन) नाम का नया प्रोग्राम शुरू किया है। यह ड्रोन के जरिए अपराध रोकने और जन सुरक्षा बढ़ाने में मदद करता है। यह प्रोग्राम अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, और राजकोट जैसे शहरों में चल रहा है, जहाँ अपराध की संख्या ज्यादा है। ड्रोन पुलिस को जल्दी अपराध स्थल पर पहुँचने और सबूत इकट्ठा करने में सहायता देते हैं।
GP-DRASTI प्रोग्राम क्या है?
इसमें क्वाडकॉप्टर ड्रोन का इस्तेमाल होता है, जो हवा में 120 मीटर तक उड़ सकते हैं और 45 मिनट तक काम कर सकते हैं। हर ड्रोन को दो लोग चलाते हैं—एक कंट्रोलर और दूसरा क्षेत्र विशेषज्ञ। जब पुलिस कंट्रोल रूम (100 नंबर) को शिकायत मिलती है, तो ड्रोन और PCR वैन दोनों भेजे जाते हैं। ड्रोन वीडियो रिकॉर्डिंग करके रियल टाइम में पुलिस को स्थिति दिखाते हैं, जिससे रिस्पॉन्स टाइम आधे से भी कम हो जाता है।
जन सुरक्षा में कैसे मदद करता है?
- अपराध रोकना: ड्रोन गैंग हिंसा, लापता बच्चों की तलाश, और भगोड़े को पकड़ने में उपयोगी हैं।
- सबूत जमा करना: वीडियो फुटेज से अपराधियों को पहचानना आसान हो जाता है।
- तेज कार्रवाई: PCR वैन की तुलना में ड्रोन जल्दी पहुँचते हैं, जिससे लोगों की सुरक्षा बढ़ती है।
और जानकारी
- प्रशिक्षण: कराई, गांधीनगर में 6 दिन का प्रशिक्षण चल रहा है, जहाँ पुलिस कर्मी को ड्रोन उड़ाने सिखाया जा रहा है।
- तकनीक: पहले 8 ड्रोन दिए गए हैं, और जल्द 18 और ड्रोन आएंगे। यह पहला चरण 33 पुलिस स्टेशन में शुरू हुआ है।
- उपयोग: ड्रोन जंगल, शहर, और तटीय क्षेत्रों में निगरानी के लिए भी इस्तेमाल हो सकते हैं।
गुजरात के बारे में स्थिर तथ्य
- गुजरात: भारत का पश्चिमी राज्य, जो अरब सागर से लगा है। इसकी राजधानी गांधीनगर और सबसे बड़ा शहर अहमदाबाद है।
- संस्कृति: सोमनाथ मंदिर, लोथल (प्राचीन बंदरगाह), और रण ऑफ कच्छ इसके खास हिस्से हैं।
- भाषा: यहाँ गुजराती और हिंदी बोली जाती है।
गतिशील तथ्य
- शुरुआत: 4 अप्रैल 2025 को DGP विकास साहय ने इस प्रोग्राम की शुरुआत की।
- विकास: अपराध दर में कमी आई है, खासकर दाहोद में, जहाँ ड्रोन से मंदिर चोरी के अपराधी पकड़े गए।
- भविष्य: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के नेतृत्व में ड्रोन का इस्तेमाल प्राकृतिक आपदा और सीमा सुरक्षा में बढ़ेगा।
फायदे और चुनौतियाँ
- फायदे: ड्रोन सुरक्षा बढ़ाते हैं, नौकरियाँ देते हैं, और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देते हैं।
- चुनौतियाँ: हवाई क्षेत्र की इजाजत लेना और प्रशिक्षित लोग की कमी परेशानी हो सकती है।
यह प्रोग्राम गुजरात पुलिस को आधुनिक बनाएगा और जन सुरक्षा को मजबूत करेगा।