भारत में कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। 3 जून, 2025 तक देश में कुल 3,961 सक्रिय मामले हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने इस स्थिति पर चिंता जताई है और केंद्र सरकार से छह सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। लोग नए वायरस वेरिएंट और सुरक्षा उपायों को लेकर चिंतित हैं। न्यूज़ टुडे इंडिया आपके लिए इस खबर को सरल और स्पष्ट भाषा में लेकर आया है।
कोविड-19 के मामले क्यों बढ़ रहे हैं?
पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। 26 मई को देश में केवल 1,009 सक्रिय मामले थे, जो 3 जून तक बढ़कर 3,961 हो गए। विशेषज्ञों के अनुसार इसके कई कारण हैं:
- नए वेरिएंट: वायरस के दो नए प्रकार, NB.1.8.1 और LF.7, फैल रहे हैं। ये ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़े हैं और आसानी से फैल सकते हैं।
- कमजोर होती रोग प्रतिरोधक क्षमता: कई लोगों ने एक साल पहले वैक्सीन ली थी, और अब उसका असर कम हो रहा है।
- लापरवाही: लोग पहले की तरह मास्क पहनने या दूरी बनाए रखने जैसे नियमों का पालन नहीं कर रहे।
ये कारण न केवल भारत में, बल्कि चीन, थाईलैंड, और सिंगापुर जैसे पड़ोसी देशों में भी मामलों को बढ़ा रहे हैं।
कौन से राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हैं?
देश के सभी हिस्सों में मामले एक समान नहीं हैं। कुछ राज्यों में संक्रमण ज्यादा है। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र इस प्रकार हैं:
- केरल: यहां सबसे ज्यादा 1,435 सक्रिय मामले हैं, जो इसे सबसे प्रभावित राज्य बनाता है।
- महाराष्ट्र: इस राज्य में 506 सक्रिय मामले हैं, जो दूसरा सबसे प्रभावित राज्य है।
- दिल्ली: राजधानी में 483 सक्रिय मामले हैं, जिनमें एक दिन में 47 नए मामले सामने आए। यह दिल्ली में एक दिन की सबसे बड़ी वृद्धि है। दिल्ली में एक व्यक्ति की मृत्यु भी हुई, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि यह अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण थी।
- पश्चिम बंगाल: इस राज्य में हाल ही में 82 नए मामले दर्ज किए गए, जो दिखाता है कि वायरस अन्य क्षेत्रों में भी फैल रहा है।
दिल्ली हाई कोर्ट क्या कर रहा है?
दिल्ली हाई कोर्ट इस स्थिति को बहुत गंभीरता से ले रहा है। वकील राकेश मल्होत्रा ने कोर्ट में एक याचिका दायर की, जिसमें उन्होंने बताया कि कोविड-19 नमूने एकत्र करने और टेस्टिंग के लिए स्पष्ट नियम नहीं हैं। साथ ही, कई डायग्नोस्टिक लैब्स पर उचित नियंत्रण नहीं है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है।
कोर्ट ने केंद्र सरकार को छह सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। इस रिपोर्ट में निम्नलिखित बातें शामिल होनी चाहिए:
- कोविड-19 के नमूने कैसे एकत्र और ले जाए जा रहे हैं।
- वायरस को फैलने से रोकने के लिए क्या सुरक्षा नियम (SOPs) लागू हैं।
- डायग्नोस्टिक लैब्स की जांच कैसे की जा रही है ताकि वे सुरक्षित और सटीक हों।
अगली सुनवाई 18 जुलाई, 2025 को होगी, जहां कोर्ट सरकार की प्रतिक्रिया की समीक्षा करेगा।
सरकार क्या कर रही है?
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय स्थिति पर नजर रख रहा है। 31 मई से 1 जून के बीच 24 घंटों में 360 नए मामले सामने आए, जो दिखाता है कि वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है। सरकार निम्नलिखित कदम उठा रही है:
- निगरानी: नए मामलों पर नजर रखना और वायरस के फैलाव को ट्रैक करना।
- अस्पतालों की तैयारी: यह सुनिश्चित करना कि अस्पतालों में पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन, और दवाइयां उपलब्ध हों।
- जागरूकता: लोगों से मास्क पहनने और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने जैसे नियमों का पालन करने को कहना।
प्रतापराव जाधव, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री, ने कहा कि सरकार स्थिति को संभालने के लिए तैयार है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने और दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सरकार से अस्पतालों को तैयार रखने की मांग की है।
क्या नए मामले गंभीर हैं?
अच्छी बात यह है कि ज्यादातर नए मामले हल्के हैं। अधिकांश लोग घर पर ही ठीक हो रहे हैं और उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही। फिर भी, मामलों की तेज वृद्धि एक चेतावनी है कि वायरस अभी भी खतरा है। अस्पताल किसी भी गंभीर स्थिति के लिए तैयार हैं और उनके पास पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन, और चिकित्सा सामग्री है।
नए वेरिएंट क्या हैं?
इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (Insacog), जो वायरस का अध्ययन करता है, ने पाया कि नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 मामलों को बढ़ा रहे हैं। ये वेरिएंट JN.1 वेरिएंट से आए हैं, जो ओमिक्रॉन परिवार का हिस्सा है। वैज्ञानिक इन वेरिएंट्स का अध्ययन कर रहे हैं ताकि यह समझ सकें कि ये कितनी आसानी से फैलते हैं और क्या ये गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं।
लोगों को क्या करना चाहिए?
सुरक्षित रहने के लिए हर कोई कुछ आसान कदम उठा सकता है:
- मास्क पहनें: भीड़भाड़ वाली जगहों या बंद जगहों में मास्क जरूर लगाएं।
- हाथ धोएं: नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं।
- भीड़ से बचें: ऐसी जगहों से दूर रहें जहां वायरस आसानी से फैल सकता है।
- बूस्टर डोज लें: अगर आपकी आखिरी वैक्सीन को काफी समय हो गया है, तो बूस्टर डोज लें।
- बीमार होने पर घर रहें: अगर आपको बुखार, खांसी, या गले में खराश जैसे लक्षण हैं, तो टेस्ट करवाएं और घर पर रहें।
आगे क्या?
कोविड-19 के बढ़ते मामले हमें याद दिलाते हैं कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। नए वेरिएंट और वैक्सीन की कम होती रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ, भारत को सतर्क रहने की जरूरत है। दिल्ली हाई कोर्ट का विस्तृत रिपोर्ट का आदेश दिखाता है कि मजबूत नियम और सिस्टम कितने जरूरी हैं। न्यूज़ टुडे इंडिया आपको सरकार की प्रतिक्रिया और 18 जुलाई, 2025 की अगली सुनवाई के बारे में अपडेट रखेगा।
सुरक्षित रहें, जानकारी रखें, और अपने और अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए दिशानिर्देशों का पालन करें! न्यूज़ टुडे इंडिया पर ताजा अपडेट पढ़ें।